घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चे अब सीखेंगे शतरंज
कलेक्टर दीपक सोनी की पहल से चेस इन स्कूल्स की शुरुआत
हेमन्त खुटेघोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में नक्सलियों के हमले से कई परिवार टूटकर बिखर गये। इनके बच्चे यतीम हो गए। यहां तक कि उनकी शिक्षा - दीक्षा व परिवरिश के लिए समस्या उत्पन्न हो गई। ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में जिला मुख्यालय में ऐसे यतीम बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आस्था विद्या मंदिर की स्थापना की गई है। इन विद्यर्थियों के बौद्धिक एवं मानसिक विकास के लिए प्रशासन के विशेष सहयोग से उक्त विद्यालय को 'चेस इन स्कूल्स' कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है ताकि बच्चे शतरंज का कोर्स डिप्लोमा के रूप में कर सके।

इस विद्या मंदिर का मुख्य उद्देश्य नक्सली हमलों से प्रभावित बच्चों को संरक्षण देते हुए समाज के मुख्य धारा से जोड़ना है। दंतेवाड़ा कलेक्टर आईएएस दीपक सोनी की प्रेरणा एवं कुशल मार्गदर्शन से अब इन बच्चों का भविष्य निखर रहा है।
आस्था विद्या मंदिर में अध्ययनरत इन विद्यर्थियों के बौद्धिक एवं मानसिक विकास के लिए प्रशासन के विशेष सहयोग से उक्त विद्यालय को चेस इन स्कूल्स कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है ताकि बच्चे शतरंज का कोर्स डिप्लोमा के रूप में कर सके।
छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के महासचिव विनोद राठी अपने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे स्कूली बच्चों से मुखातिब हुए। इस दरमियान उन्होंने स्कूली बच्चों को अभिप्रेरित करते हुए कहा कि शतरंज केवल खेल ही नहीं है अपितु चुनौतियों से सामना करने के लिए प्रेरणा देती है और जीवन के विषम परिस्थिति में धैर्य व संयम रखने की सीख देती है।
शतरंज हमारी मानसिक स्थिति को मजबूत बनाकर निर्णय लेने की क्षमता को भी विकसित करती है। उन्होंने प्रदेश के सभी स्कूलों के बच्चों को शतरंज खेल से जुड़ने का आव्हान किया।
राठी ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत नवम्बर माह में छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के संरक्षक एवं ओलंपिक संघ के सचिव गुरुचरण सिंह होरा के नेतृत्व में ऑल इंडिया चेस फेडरेशन के सचिव भरत सिंह चौहान एवं प्रदेश संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बस्तर संभाग में शतरंज के विकास की अपार संभावनाओं को लेकर सौजन्य भेंट की थी।
जिसमें मुख्यमंत्री बघेल ने शासन - प्रशासन स्तर पर यथासंभव सहयोग प्रदान करने की मंशा जाहिर की थी। संस्था प्रमुख संतोष प्रधान ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कलेक्टर दीपक सोनी की प्रेरणा व मार्गदर्शन से ही यह संभव हो पा रहा है कि हम भारतीय शतरंज महासंघ की महत्वाकांक्षी योजना चेस इन स्कूल्स से जुड़ने जा रहे है।
हमें बच्चों की प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा और बच्चे शतरंज खेल में पारंगत होंगे तथा देश - प्रदेश में आस्था विद्या मंदिर का नाम रोशन करेंगे। चेस ट्रेनर अनीश अंसारी द्वारा स्कूली बच्चों को शतरंज का विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो कि यह प्रशिक्षण प्रति माह 15'5 दिनों का होगा।
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