हैदर की फिल्में ओटीटी पर
द कोरस टीमअट्ठारह साल से लगातार रंगमंच से जुडे़ और बारह साल से छत्तीसगढ़ सिने जगत से जुड़े गुलाम हैदर मंसूरी की तीन लघु फिलमें ‘‘डोर बेल‘‘ ‘‘रियली‘‘ और ‘‘माटी‘‘ एम.एक्स प्लेयर पर रिलीज़ हुई है। जो काफी सराही जा रही हैं। अंचल के किसी कलाकार का कोई कार्य इस तरह राष्ट्रीय प्लेटफार्म पर आना निश्चित ही अंचल के लिए गर्व की बात है।

गुलाम हैदर मंसूरी सन् 2002 से थियेटर से जुड़े और 2003 में अपनी रंग सस्था ‘‘मुट्ठी‘‘ की स्थापना की और लगभग 10 से 12 नाटक लिखे और खेले। जिनका प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर भी किया। इसके अलावा इन्होने कई लघु फिल्म, डाक्युमेंट्री और कई छत्तीसगढ़ी फिल्मों की कथा, पटकथा और संवाद लिखे साथ ही कुछ फिल्मों में असिस्ट भी किया।
इतना अनुभव लेने के बाद उन्होने छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘‘प्रेम सुमन‘‘ का लेखन और निर्देशन किया। हाल ही में उनकी लिखित और निर्देशित तथा मोहित कुमार साहू द्वारा निर्मित छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘‘मोर जोड़ीदार 2‘‘ छत्तीसगढ़ के सिनेमाघरों में सफलता पूर्वक चल रही है। साथ ही बहुत जल्द उनकी अगली फिल्म ‘‘मंय सब ठीक कर दुहुं‘‘ भी आने वाली है।
सिने जगत में काफी संघर्षों के बाद अपनी पहचान बनाने वाले हैदर के लिए सिनेमा ही ज़िंदगी है। इन तीनों ही लघु फिल्मों के मेक्स प्लेयर जैसे ओटीटी (ओवर – द – टॉप) प्लेटफार्म में आने से पूरी टीम में उत्साह है। गुलाम हैदर मंसूरी छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिए भी ऐसे रास्ते तलाश रहे हैं।
जिससे छत्तीसगढ़ी फिल्मों की आवक का कोई अन्य दूसरा रास्ता भी निकल सके। बहरहाल हमने ये तीनों ही फिल्में देखी हैं। वाकई हैदर और उनकी टीम का काम बहुत ही सधा और परिपक्वता लिए हुए है। तीनों ही फिल्में शुरू से पूरी होने तक आपके अंदर एक उत्सुकता बरकरार रखती है और एक अच्छे से मेसेज के साथ उलझनों को सुलझन में बदल देती है।
Add Comment