कांचा इलैया के इमेल आईडी को हैक कर ठगी करने की कोशिश
‘द कोरस’ ने किया फैक्ट चेक
द कोरस टीमदेश के जाने माने समाजशास्त्री, प्रध्यापक और लेखक कांचा इलैया शेपर्ड के ईमेल आईडी को उनके अनुमति के बिना हैक कर उनके करीबियों को ईमेल कर उनके पुत्र के अस्वस्थता की गलत जानकारी देते हुवे कांचा के करीबियों से रुपये ऐंठने तथा लोन देने की जानकारी अफवाह की तरह उड़ाई जा रही है।

हैकर कांचा इलैया के करीबियों को यह कह कर मेल कर रहा है कि आप अभी कहाँ पर है? मुझे किसी अति आवश्यक कार्य के लिए आपकी सहायता की आवश्यकता है, इसलिए जैसे ही आपको यह संदेश मिले, कृपया ईमेल के माध्यम से मुझसे संपर्क करें। जैसा कि मैं फोन पर अनुपलब्ध हूं, अगर आप मुझे वापस ईमेल कर सकते हैं तो मैं सराहना करूंगा।
जैसे ही आप इस मेल के जवाब में अपनी स्थिति से अवगत कराते हैं तो वह कहता है कि आपके त्वरित उत्तर के लिए धन्यवाद, मुझे आपकी बात सुनकर खुशी हुई, मुझे आपसे एक एहसान चाहिए। मेरे बेटे को कोरोनरी धमनी की बीमारी (सीएडी) का पता चला था, एक कोरोनरी धमनी बाईपास सर्जरी की जाएगी।
मुझे सर्जरी के लिए भुगतान करने के लिए 1,38,011 रुपये की आवश्यकता है और मुझे इस संबंध में आपकी सहायता की आवश्यकता है।
मैंने एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन, पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) स्कैन, न्यूक्लियर मेडिसिन स्कैन, एंजियोग्राफी, और मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एमआरआई) के लिए पैसे समाप्त कर दिए हैं।
यदि आप मुझे 138,011 रुपये का ऋण देते हैं या इस समय जो भी राशि आप मेरी सहायता कर सकते हैं, तो मैं आपका सदा आभारी रहूंगा, इन रुपयों को मैं अगले सप्ताह तक लौटा दूंगा।
इस संबंध में सीधे ही ‘द कोरस’ ने कांचा इलैया के फोन पर बात की तो इस पर चौंकाने वाले तथ्य सामने आये। उन्होंने कहा कि किसी ने उनका ईमेल एड्रेस हैक कर उनके करीबियों को गलत जानकारी देकर रुपयों के लिये अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि वे आज इस मामले पर पुलिस थाना जाकर एफआईआर करने वाले हैं।
उन्होंने अपने करीबियों को अगाह किया है कि वे उनके नाम से भेजे जा रहे संदेश पर ध्यान ना दे। इससे वे साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। आपको यह जान लेना चाहिए कि कांचा इलैया अविवाहित हैं उनका कोई भी पुत्र नहीं है।
‘द कोरस’ की आप सभी से अपील है कि किसी भी व्यक्ति से अपनी बैंक संबंधित गोपनीय जानकारी जैसे एकाउंट नंबर, डेबिट, केडिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर एवं ओटीपी नंबर आदि शेयर ना करें और ना ही किसी अज्ञात लिंक, अज्ञात एप्स को डाउनलोड करें।
इसके अलावा अपने ईमेल एड्रेस में आने वाले मेल को बारिकी से जांच कर ले। हो सके तो भेजने वाले के निजी संपर्क नंबर पर संपर्क कर वस्तुस्थिति की जानकारी इकत्र कर लें। और करीबी पुलिस थाना (साइबर कंट्रोल) से सम्पर्क करें। जागरूक रहे, शतर्क रहें।
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