गर्भवती होने के बावजूद मुस्तैदी के साथ ड्यूटी पर डटी दंतेवाड़ा डीएसपी
संकट काल में दंतेवाड़ा की डीएसपी शिल्पा साहू पांच माह के गर्भ के साथ सड़कों पर कर रहीं ड्यूटी
द कोरस टीमदंतेवाड़ा जिला में तैनात डीएसपी शिल्पा साहू अपने कर्यव्यबोध के साथ पांच माह के गर्भ होने पर भी फिल्ड में तैनात है, शिल्पा कहती हैं कि पुलिस वालों पर जिम्मेदारियों का सवाल होता है, इन्हें खुद से ज्यादा दूसरों का ख्याल होता है। इन्ही बातों का ख्याल रखते हुए वे कोरोना संक्रमण काल में अपना और अपने अजन्में बच्चे का पूरा ख्याल रख रही हैं।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद सन् 2016 में डीएसपी बनी शिल्पा साहू डीआरजी की महिला टीम दंतेश्वरी फाइटर्स को भी लीड करती है। नक्सलगढ दंतेवाड़ा के अंदुरूनी इलाके तेलम, टेटम, नीलावाया, गुमियापाल, चिकपाल, मारजुम सहित कई ऐसे इलाके हैं जहां नक्सल ऑपरेशन पर जाती है, शिल्पा और उनकी पूरी टीम ने माओवादियों द्वारा सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से लगाए गए आईईडी को भी डिफ्यूज किया है।
कोरोना ने पुलिस का मानवीय रूप सबको दिखाया है, वे हैं कर्तव्यपरायण यह सबको समझ में आया है। संक्रमण काल में लोगों को समझाइश देने निकली सड़कों पर, डीएसपी शिल्पा साहू कहती हैं कि संक्रमण की बढ़ती रफ्तार से लोगों के मन में डर बैठ गया है।
बावजूद इसके आज भी ऐसे कई लोग हैं जो बेवजह सड़कों पर घूमते हैं, आज भी लोगों को मास्क लगाने के लिए कहना पड़ता है, इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए वे खुद ही सड़कों पर उतरकर मोर्चा संभालती है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा कर्तव्यपरायणता की मिसाल प्रस्तुत की जा रही है। कोरोना काल में कर्तव्यपरायणता की एक ऐसी ही मिसाल दंतेवाड़ा की डीएसपी शिल्पा साहू ने भी प्रस्तुत की है।
गर्भवती होने के बावजूद वे सड़क पर उतर कर ड्यूटी कर रही हैं। कोरोना काल के नियम तोड़ने वालों को वे अपनी टीम के साथ समझाइश दे रही हैं।
सारे कोरोना वारियर्स दिन रात मेहनत कर रहे हैं उनके मेहनत को जाया होने न दें। घर में रहें सुरक्षित रहें।
अंदरुनी क्षेत्र में भी उसने जज्बे के साथ काम किया है। लोगों को उनसे सीख लेनी चाहिए और अपने परिवार और खुद के लिए घर पर ही रहना चाहिए।
डीएसपी शिल्पा के पति देवांश सिंह राठौर भी दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल बचेली क्षेत्र में डीएसपी पद पर कार्यरत हैं। उनकी जनता से अपील है कि पुलिस और कोरोना वारियर्स का भी परिवार होता है। एक साल से हम कोरोना के लिए लोगों को समझा रहें हैं पर कई लोगों को समझ में ही नहीं आता बेवजह जान को ताक पर रख कर वे घूम रहे हैं, इसलिए उन्हें भी सड़क पर निकलना पड़ता है।
शिल्पा अपने परिवार और काम दोनों का नेतृत्व बहुत अच्छे से कर रही है। अपनी ड्यूटी निभानी हमारी जिम्मेदारी है साथ ही फोर्स को मोटीवेशन देना भी जरूरी है ताकि वे अच्छा काम कर सकें। ड्यूटी के दौरान पर्याप्त दूरी, मास्क सैनिटाइजर का प्रयोग हम करते हैं।
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