शहीद किसानों की स्मारक के लिए छत्तीसगढ़ के दल्लीराजहरा और कंडेल से लिया मिट्टी
छत्तीसगढ़ के मिट्टी सत्याग्रही किसान 6 अप्रैल को पहुचेंगे सिंघु बॉर्डर
किसान आंदोलन को चार महीना से ज्यादा हो चुका है और इस दौरान सवा तीन सौ के करीब किसान अब तक अपनी प्राणों की कुर्बानी दे चुके हैं। दिल्ली सीमाओं पर जैसे सिंघु, टीकरी, गाजीपुर, शाहजहांपुर, पलवल में शहीद किसानों की स्मारक बनाने के लिए देश भर से शहीदों की तीर्थस्थलों से मिट्टी एकत्रित किया जा रहा है जो 6 अप्रैल को सिंघु बार्डर पहुचेंगे। शहीद किसानों की स्मारक बनाने छत्तीसगढ़ के कोने कोने से मिट्टी एकत्रित किये जा रहे हैं।

कॉरपोरेट परस्त तथा किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी तीनों कानून को रद्द करने, एमएसपी की गारण्टी कानून बनाने, बिजली संशोधन बिल 2020 को वापस लेने और प्रदूषण नियंत्रण कानून में किसान विरोधी कॉलम को हटाने की मांग को लेकर दिल्ली सीमाओं पर किसान आंदोलन जारी है।
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही ने दल्ली राजहरा के शहीद शंकर गुहा नियोगी सहित 12 शहीदों के स्मारक स्थल से मिट्टी लेने के अवसर पर कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार 1990 से जारी नवउदारवादी नीतियों के तहत देश की सभी सार्वजनिक संस्थाओं जैसे बैंक, बीमा, भेल, रेल, हवाई को कॉरपोरेट घरानों के हाथों में सौंपने के साथ साथ अब किसान, कृषि और अनाज को भी बड़े कॉरपोरेट घरानों को देने के लिए ही कृषि सुधार के नाम पर काले कानून को थोपा जा रहा है।
जो किसानों और आम मेहनतकश जनता को कतई मंजूर नहीं। आम उपभोक्ताओं की भोजन की रक्षा के लिए तीन सौ से ज्यादा किसानों ने अपनी कुर्बानी दिया है जिसके स्मारक में यह मिट्टी शामिल होगी। जिला किसान संघ बालोद के संरक्षक और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ व पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर, गणेशराम चौधरी, अनिल यादव ने मिट्टी सौंपा।
धमतरी जिला के नहर सत्याग्रह की धरती कंडेल से मिट्टी सौंपने के अवसर पर अधिवक्ता शत्रुघन साहू ने कहा कि 1920 में अंग्रेजों के विरुद्ध नहर सत्याग्रह हुआ जो अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ छत्तीसगढ़ में हुए पहली सत्याग्रह की शुरुआत थी। ग्रामीणों के इस संघर्ष ने गांधी जी को कंडेल आने के लिए प्रेरित किया।
छत्तीसगढ़ के अलग अलग जगहों से 5 अप्रैल को दिन के 12 बजे रायपुर रेलवे स्टेशन पर तेजराम विद्रोही, मूलचंद साहू, रतन गोंडाने, रेखा गोंडाने व सरस्वती गोंडाने को शहीदों के स्मरण स्थल से लायी गयी मिट्टी सौपेंगे जिनके नेतृत्व में यह मिट्टी 6 अप्रैल को सिंघु बार्डर पहुँचेगी। वहीं बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर श्याम मूरत कौशिक के नेतृत्व में मिट्टी सौंपी जाएगी।
मिट्टी सत्याग्रह कार्यक्रम में आदि उपस्थित रहे। सोमनाथ उइके, रामचरण नेताम, मूलचंद साहू, अमरसिंह ठाकुर, मंजीत सिंह, राजेश मेहमूद, गोवर्धन, शत्रुघन ठाकुर, कपिल साहू, मन्नुराम, श्यामलाल, कुँवर सिंह, श्रवण कुमार, रंजीत कुमार, राजाराम निषाद, पुष्पा नेताम, कोमल साहू, सतवंत महिलांग, निशांत, नूरेन्द्र साहू, टिकेश्वर साहू, निहाल सिंह, रामकुमार साहू, दिगम्बर साहू, लता भारती, यतीश भूषण श्रीवास्तव, बंशी साहू, बनवाली साहू, आदि उपस्थित रहे।
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