भूपेश बघेल के घर ईडी का छापा, बेटा चैतन्य बघेल को हिरासत में लिया
चैतन्य पर सिंडिकेट को मदद करने का आरोप
दिलीप कुमारछत्तीसगढ़ की राजनीति में एक और बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर छापा मारकर उनके बेटे चैतन्य बघेल को हिरासत में ले लिया है। कोर्ट ने चैतन्य बघेल को 5 दिन ईडी की रिमांड पर भेजा। जिसकी वजह से सडक़ से सदन तक हंगामा देखने को मिला। विपक्ष ने इसे पेड़ों की कटाई और अडानी से जोडक़र सरकार और ईडी को निशाना साधा है। तो बीजेपी ने इसे भ्रष्टाचार पर कार्रवाई बताया है।

दरअसल, सुबह तडक़े 6 बजे तीन गाडिय़ों में ईडी की टीम ने भूपेश बघेल के भिलाई स्थित घर पर छापेमार कार्रवाई की। घटना स्थल पर सीआरपीएफ के जवानों की भारी तैनाती की गई थी। ईडी की इस कार्रवाई की खबर फैलते ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भारी-भीड़ भिलाई-3 स्थित बघेल निवास के बाहर जुट गई।
इस बीच, पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘जन्मदिन का जैसा तोहफ़ा मोदी और शाह जी देते हैं, वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में और कोई नहीं दे सकता... मेरे जन्मदिन पर मेरे सलाहकारों और ओएसडी के यहां रेड हुई थी, और आज मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी आई है... इन तोहफों का धन्यवाद, ताउम्र याद रहेगा... ।’
ईडी ने कहा भूपेश बघेल का यह बयान राजनीतिक संकेतों से भरा है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ईडी की कार्रवाई सिर्फ जांच का हिस्सा नहीं, बल्कि ईडी ने राजनीतिक दबाव का एक पहलू भी हो सकता है।
ईडी की कार्रवाई के दौरान ही भूपेश बघेल विधानसभा पहुंचे। विधानसभा में शून्यकाल में पूरा विपक्ष रायगढ़ के तमनार में हो रहे पेड़ कटाई के मामले को अडानी से जोड़ते हुए स्थगन लाकर चर्चा की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्थगन पर चर्चा को अस्वीकार करने से नाराज कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी की और दिनभर की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, ‘तमनार में अनैतिक, असंवैधानिक, पेसा कानून के विरोध में स्थगन लाया था... अडानी को पेड़ काटने की अनुमति दी इसलिए स्थगन लाए...राज्य सरकार अडानी का सहयोग कर रही है...चैतन्य बघेल का आज जन्मदिन है।
ईडी ने सुबह सुबह छापा मारा..विपक्ष में डर पैदा करने की कार्रवाई हुई ...इसलिए विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का विरोध किया है...एकमत होकर विपक्ष बता रहा है कि हम दबाव में नहीं आएंगे। जितना केस होगा सह लेंगे, क्योंकि भारत के न्यायालय पर हमें भरोसा है। पूरा विपक्ष भूपेश बघेल और उनके परिवार के साथ खड़ा हैं।
विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत के नेतृत्व में पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के सभी विधायक सीधे ई कोर्ट पहुंचे। कोर्ट में फैसला आने तक कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
इधर पूर्व सीएम के घर ईडी की छापे पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा ईडी सेंट्रल की एजेंसी है वही बताएगी, जन जन के चर्चा का विषय है, किसी को भ्रमित नहीं कर पाएंगे। जिस तरह का भ्रष्टाचार किया गया है, कितनी भी राजनीतिक बयानबाजी कर ले, मामला होगा तो ईडी आती हैं।
वहीं मंत्री केदार कश्यप ने कहा, ‘सरकार किसी भी तरह के दबाव में नहीं है। ये कांग्रेस की सरकार नहीं है। ईडी अपनी कार्रवाई कर रही है, ईडी सरकार के कहने पर नहीं चलती। इससे पहले भी उनसे पूछताछ हुई थी, वे शक के दायरे में हैं।’
वकील सौरभ पांडे का बयान
ईडी के वकील सौरभ पांडे ने कहा-‘चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी शराब घोटाले के इन्वेस्टिगेशन के दौरान की गई है, एविडेंस कलेक्शन लगातार जारी था, एविडेंस प्राप्त हुए कि चैतन्य बघेल ने बहुत सारे पैसे को लेयर किया है, हजार करोड़ करीब पैसो को इधर-उधर करने में सिंडिकेट को हेल्प किया है।
उन्होंने कहा कि बघेल पर एसोसिएटेड के थ्रू सारा पैसा सहेली ज्वेलर्स, ढिल्लन सिटिंग मॉल लिमिटेड इनके साथ मिलकर हेराफेरी का आरोप है। लोन ले लेना और उसमें कोई ब्याज की राशि ना दिखाना ऐसे आरोप है, पप्पू बंसल के स्टेटमेंट अवेलेबल है।
अनवर ढेबर के थ्रू के श्रीवास्तव या रामगोपाल अग्रवाल के पास पैसा आता था, जिसको ये लोग डील करते थे, इन्वेस्टिगेशन में 13 करोड़ रुपए से लाभान्वित हुए हैं यह पता चला है।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में शुक्रवार सुबह उस वक्त हलचल मच गई, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भिलाई स्थित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान ईडी ने बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को उनके जन्मदिन के दिन गिरफ्तार कर लिया। चैतन्य की गिरफ्तारी शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई है। कोर्ट ने उन्हें 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा है, जहां उनसे गहन पूछताछ की जाएगी।
इस कार्रवाई को लेकर ईडी के अधिवक्ता ने बताया कि चैतन्य बघेल पर अवैध लेनदेन के माध्यम से करोड़ों रुपये की हेराफेरी और एक आपराधिक सिंडिकेट को सहयोग देने का आरोप है। अब पूछताछ के दौरान इस घोटाले से जुड़े कई और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
ईडी के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि चैतन्य बघेल ने प्रोसीड टू क्राइम से स्वयं को आर्थिक रूप से लाभान्वित किया है। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि उन्होंने लगभग 13 करोड़ रुपये का सीधा लाभ प्राप्त किया और करीब 1000 करोड़ रुपये की अपराध की आय को इधर-उधर करने में सिंडिकेट की मदद की है।
कोर्ट में पप्पू बंसल के बयानों का हवाला देकर चैतन्य को सरकारी वकीलों ने बताया बड़ा आरोपी पप्पू बंसल के बयान के आधार पर चैतन्य को 5 दिन के लिए कोर्ट ने ई डी को रिमांड पर सौंपा।
बहरहाल, भूपेश बघेल ने साफ कहा -ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। इस छापेमारी ने सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। अब बड़ा सवाल - क्या वाकई भ्रष्टाचार पर वार है या विपक्ष की आवाज़ दबाने की तैयारी। क्या ये सिर्फ़ एक जांच है या आने वाले चुनावों की रणनीति का हिस्सा है। जवाब तो वक्त देगा, लेकिन फिलहाल छत्तीसगढ़ की सियासत में गर्मी चरम पर हैं।
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