आदिवासी क्षेत्रों में केबीकेएस गोटुल एजुकेशन अकादमी देगी नि:शुल्क कोचिंग
शिक्षा, सामाजिक परिवर्तन का एक अहम साधन
दक्षिण कोसल टीमसुदूर आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगाने के लिए इस महती कार्यक्रम का उद्घाटन ग्राम कुर्री के गायता हरिशंकर गोटा के द्वारा किया गया। कोया भूमकाल क्रांति सेना के संस्थापक अश्वनी कांगे का कहना है कि शिक्षा से लोगों के दृष्टिकोण और मूल्यों में बदलाव आता है। शिक्षा से समाज के गरीब तबके के लोगों को भी आगे बढऩे में मदद मिलती है।

शिक्षा से समाज में आर्थिक विकास, सांस्कृतिक बदलाव, सामाजिक गतिशीलता और लोकतांत्रिक मूल्यों का विकास होता है। शिक्षा से लोगों के दृष्टिकोण और मूल्यों में बदलाव आता है। शिक्षा से समाज के गरीब तबके के लोगों को भी आगे बढऩे में मदद मिलती है।
यह उद्गार आदिवासियों के हित में लंबे समय से कार्यरत संगठन केबीकेएस (कोया भूमकाल क्रांति सेना) के संस्थापक और संयुक्त सचिव अश्वनी कांगे का है वह कहते हैं कि केबीकेएस गोटुल एजुकेशन अकादमी के माध्यम से नि:शुल्क कोचिंग की शुरुआत किया गया। जिसमें प्रयास, एकलव्य, नवोदय, सैनिक स्कूल जैसे प्रतियोगिता पेपर तैयारी हेतु सभी समाज के बच्चे नि:शुल्क कोचिंग ले सकेंगे।
सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगाने के लिए इस महती कार्यक्रम का उद्घाटन ग्राम कुर्री के गायता हरिशंकर गोटा के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे शिव टांडिया ने कहा कि शिक्षा हमारे भविष्य की नींव है। उन्होंने आगे कहा कि डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर ने सभी समाज के बच्चों को संविधान में अधिकार दिया, जो हमें हमारे समाज के लिए पढ़ाई करनी चाहिए।
केबीकेएस के संस्थापक तथा संयुक्त सचिव, सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़, अश्वनी कांगे ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा, सामाजिक परिवर्तन का एक अहम साधन है। शिक्षा से समाज में कई तरह के बदलाव आते हैं।
शिक्षा से समाज में आर्थिक विकास, सांस्कृतिक बदलाव, सामाजिक गतिशीलता और लोकतांत्रिक मूल्यों का विकास होता है। शिक्षा से लोगों के दृष्टिकोण और मूल्यों में बदलाव आता है। शिक्षा से समाज के गरीब तबके के लोगों को भी आगे बढऩे में मदद मिलती है।
सर्व आदिवासी प्रदेश उपाध्यक्ष ललित नरेटी ने कहा कि समाजिक बदलाव लाना है तो हमें शिक्षा के साथ समाजिक ज्ञान भी जरूरी क्योंकि आज शिक्षा ही सामाजिक उद्देश्य से व्यक्ति की समाज में योगदान देने की क्षमता का विकास करता है।
इस कार्यक्रम में शामिल हुए गांव के प्रमुख सियान प्रदीप कोरेटी, विनोद गोटा, समरत दर्रो, नकुल गोटा, मंगल कोमरा, आदिवासी सर्कल सचिव विरेन्द्र कोरेटी, दुर्गा प्रसाद कोमरा, सुरेन्द्र गोटा, हरिचंद कांगे, डोमेश कोमरा, राकेश गावड़े, सियाराम गावड़े, राजकुमार कोरेटी, अनसुईया गोटा, रामबाई गोटा, सुकदेव मंडावी गोटुल एजुकेशन और अकादमी के मास्टर ट्रेनर कृष्ण सोरी, रोजी गावड़े, बसंती कुंजाम, ब्लाक युवा प्रभाग अध्यक्ष पुरान कोमरा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में गौरव तेता, राजेन्द्र उसेंडी, तुलेश दर्रों, पवन तेता, किशोर गोटा, खिलेश कौवडो, अनिल कौवडो अर्जुन गोटा बृजलाल हिडको, चेतक गोटी, फुलचंद तुमरेटी, अर्जुन कोरेटी, रविप्रकाश कोर्राम, राजकुमार मरकाम, जुनऊ नुरेटी, तिर्था कोमरा निर्मल गोटा,मनीषा गोटा, सगोतीन नुरेटी, प्रियंका राना, सुषमा भुआर्य सहित समस्त पदाधिकारी गण उपस्थित थे।
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