कांपा जनपद पंचायत छुरिया का फर्जी कारनामा

तालाब खुदा नही, और 15 लाख रूपया हजम

दिनेश नामदेव


राजनांदगांंव/ शासन की योजनाओं का सत्यानाश कैसे किया जाता है ये देखना है तो आपको छुरिया विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कांपा जाना होगा। फरवरी 2019 में मोक्ष तालाब निर्माण का कार्य मनरेगा से किया जाना था।

जिसमेें लगभग 90 दिवस का काम होना दर्शया गया है जो कि ग्राम पंचायत के कार्य सूचना पटल में अंकित है।

और उक्त कार्य में 1424000 रुपये (चौदह लाख चौबीस हजार रुपये)  का श्रमिक मजदूरी 8094 दिवस मानव संंख्या दर्ज हैै व मोक्ष तालाब निर्माण कार्य में 75000 रुपये (पच्चहत्तर हजार रुपये) की सामाग्री लागत दर्ज है जबकि ना तो तालाब का निर्माण नजर आ रहा है।

और ना ही उक्त तालाब में रुपये 75000 रुपये (पच्चहत्तर हजार रुपये)   की सामाग्री खर्च किया गया है। अब देखनी वाली बात यह है कि जब तालाब ही नही बना और श्रमिक कार्य पैसे का आहरण कैैसेे हो गया क्या मस्टर रोल भी फर्जी था बिना तालाब निर्माण के सामग्री लागत 75000 रुपये (पच्चहत्तर हजार रुपये)  कहां पर खर्चा हो गया ये तो पूर्व सरपंच व सचिव जाने।

ग्राम पंचायत कांपा, जनपद पंचायत छुरिया में वर्ष कार्य प्रारंभ दिनांक 26 फरवरी 2019 और कार्य पूर्णता दिनांक 30 अप्रैल 2019 में नया तालाब का निर्माण करवाया गया है जिसका यूनिक कोड 3304003114,   1111352417 है नया तालाब का निर्माण कांपा बांध के नीचे की तरफ नीलगिरी प्लांटेशन और छिन्दीबिहरी गांव के पहुंच मार्ग में कार्य करवा कर स्वीकृत राशि 14.99 लाख भी ग्राम पंचायत के खाते और उस तालाब निर्माण में कार्यरत श्रमिक जॉब कार्डधारी और सामग्री लागत केे नाम पर पूर्ण  राशि शासन द्वारा प्रदान कर दी गई है।

शिकायकर्ता  दिनेेश नामदेव के द्वारा ग्राम पंचायत कांपा के आश्रित ग्राम छिन्दीबिहरी से कांपा जंगल रास्ते से आ रहे तो निरीक्षण के दौैरान निर्माण स्थल मेें सीमेंट का सूचना - बोर्ड लगाया गया उसका अवलोकन किया गया तालाब का निर्माण भी देखा गया जिसमें पाया गया।

वहांं पर ग्राम पंचायत के जिम्मेंदार सचिव, रोजगार सहायक के द्वारा तालाब के नाम पर पर मेेड़ बनातेे हुए चारों तरफ पर मुरूम का घेरा बना दिया गया है और मेड में डली मुरूम पुरानी होती तो उसमें घास, जंगली पौधे भी उग आते और बीच में दलदली हिस्सा भी बन जाता है किन्तु वहां पर विगत दो वर्ष बीत जाने के बाद भी ऐसा कुछ नहीं है।

ग्राम पंचायत के जिम्मेंदार सचिव, रोजगार सहायक, सरपंच के द्वारा शासन को गुमराह करते हुए लाखों की राशि का बंदरबांट किया गया है जिसमें रोजगार गारंटी योजना के प्रोग्रामर ऑफिसर हितेश सिन्हा, सामजिक अंकेेक्षण अधिकारी ज्योति ओझा भी शामिल है।

मनरेगा के तहत शासन की योजनओं से ग्राम का विकास हो और ग्रामवासियों को रोजगार का अवसर मिले शासन की मंशानुरूप लाखों रूपये का काम पंचायत में करवा रही है जो कि केन्द्र सरकार की योजना है।और अधिकारी / कर्मचारी/जनप्रतिनिधि/ मिलकर कार्यो का मटियामेट कर रहे है।

कार्य दिनांक को जारी मस्टर रोल में कितने जॉबकार्डधारियों के द्वारा उक्त तालाब में कार्य किया गया है, जारी मस्टररोल को फर्जी रूप देकर काम को पूर्ण बताया गया है अत: सभी पहलुओं पर निष्पक्ष जांच कर संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को कड़ी सी कड़ी सजा देते हुए शासन की राशि की वसूली की जाये।


मोक्ष तालाब निर्माण में जाँच की बिन्दू 

1. ग्राम पंंचायत कांपा जनपद पंचायत छुरिया में मोक्ष तालाब निर्माण हेतु स्वीकृत राशि 14,99,000 रुपये (चौदह लाख निनाम्बे हजार) रुपये था।

2. मोक्ष तालाब निर्माण स्थल पर केवल सूचना पटल बोर्ड लगा है तालाब लापता है ।

3. मोक्ष तालाब निर्माण सूचना पटल में मानव दिवस कार्य संख्या 8094 दर्ज है जो फर्जी प्रतीत हो रहा है। 

4. मोक्ष तालाब निर्माण कार्य का आकार लम्बाई चौड़ाई 100 बाई 100 का था जिसमें इंच भर खुदाई नजर नहीं आ रहा है तालाब लापता है । 

5. मोक्ष तालाब निर्माण कार्य एजेंसी पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत कांपा था । 

6. मोक्ष तालाब निर्माण कार्य तकनीकी सहायक हितेश कुमार सिन्हा है ।

7. मोक्ष तालाब निर्माण कार्य का समाजिक अंकेक्षक ज्योति ओझा हैै । 
    

उपरोक्त मोक्ष तालाब निर्माण कार्य करने वाले संदेह के दायरे में है क्योंकि तालाब ही नहीं बना तो पूरा का पूरा कार्य फर्जी है और शासन का 15 लाख रुपये गई भैंस पानी में लेकिन तालाब नही बना? 

 

 


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