फिर नाम बदलने पर राजनीति

स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना

दिलीप साहू

 

दरअसल छत्‍तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने राज्‍य के सरकारी स्‍कूलों का कायाकल्‍प करने के इरादे से स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूल योजना शुरू की थी। इसके तहत पहले अंग्रेजी माध्‍यम के स्‍कूल खोले गए फिर हिंदी माध्‍यम के स्‍कूलों को भी स्‍वामी आत्‍मानंद योजना के तहत अपग्रेड किए गए। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना 1 नवंबर 2020 को शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के प्रतिभाशाली छात्रों को समान अवसर प्रदान करना है। वर्तमान में प्रदेश में 751 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हैं।

इन स्‍कूलों का काफी क्रेज है। एक दिन पहले जारी 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों में टापर्स की सूची में इन्‍हीं स्‍कूलों के बच्‍चे अधिक हैं। स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूलों में पढ़ें बारहवीं में 7 और 10वीं के 21 बच्चे टॉप टेन की सूची में है। इस बीच प्रदेश की विष्‍णुदेव साय के नेतृत्‍व वाली बीजेपी सरकार ने राज्‍य के सरकारी स्‍कूलों को केंद्र की पीएम श्री स्‍कूल योजना में शामिल करने का फैसला किया है।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत देश भर के 14500 सरकारी स्कूलों को पीएम श्री योजना में अपग्रेड किया जा रहा है। वहीं इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों को प्रथम चरण में अपग्रेड किया जाएगा, जिसमें एलीमेन्ट्री स्तर पर 193 और सेकेंडरी स्तर पर 18 स्कूल शामिल है। केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना में शामिल होने वाले स्‍कूलों में स्‍वामी आत्‍मानंद स्‍कूल भी शामिल हैं। 

ऐसे में इन स्‍कूलों का नाम बदलने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस हमलावर है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि शासन द्वारा गुपचुप तरीके से प्रदेश के स्वामी आत्मानंद स्कूलों को “पीएम श्री” में बदलने की कवायद चल रही है। छत्तीसगढ़ में जन्मे एक संत और आध्यात्मिक व्यक्ति के नाम को भी ये हटाना चाहते हैं, इससे इनकी नियत ज़ाहिर होती है। सभी जनप्रितिनिधियों से अपील है कि इसका डटकर विरोध करें, छत्तीसगढ़ की पहचान को गुलाम होने से रोकें। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की तरफ से भी इसको लेकर बयान जारी किया जा रहा है। 

अब इस मामले में सरकार की तरफ से सफाई आई है। वहीं राज्‍य सरकार की माने तो, पीएम श्री योजना में शामिल होने से किसी भी स्‍कूल के नाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। स्‍कूल का नाम नहीं बदला जाएगा, केवल उसके नाम के आगे पीएम श्री जोड़ा जाएगा। जैसे पीएम श्री स्‍वामी आत्‍मानंद अंग्रेजी माध्‍यम स्‍कूल।

स्‍कूल के नाम के आगे पीएम श्री जोड़ने के साथ ही इस योजना का लोगो भी लगाया जाएगा। पीएम श्री के लिए चयनित स्कूलों में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी पूर्ववत ही रहेंगे, विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया यथावत रहेगी। पढ़ाई का माध्यम एवं पाठ्यक्रम भी पूर्ववत ही रहेगा। स्वामी आत्मानंद स्कूलों के इस योजना में शामिल हो जाने से केन्द्र सरकार से अतिरिक्त आर्थिक एवं भौतिक सुविधाएं प्राप्त होगी।

स्वामी आत्मानंद स्कूलों का पीएम श्री करने पर भूपेश बघेल की टिप्पणी पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा, वह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्हें सलाह देता हूं आप बयान से पहले थोड़ा धैर्य रखिए, पूरी स्थिति की जानकारी ले उसके बाद बयान दें। उन्होंने नक्सलियों के संबंध में भी कहा था कि फर्जी मुठभेड़ है। फिर नक्सलियों ने ही कह दिया कि सही था सब कुछ।

वहीं कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि भूपेश सरकार द्वारा शुरू किए गए स्कूलों के सार्थकता नजर आ रही है। 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में टॉप करने वाले ज्यादातर बच्चे स्वामी आत्मानंद स्कूल के है। बीजेपी सरकार संकुचित मानसिकता है, जो स्वामी आत्मानंद स्कूल को बंद करना चाह रही है। स्वामी आत्मानंद स्कूल का नाम बदलना चाह रही है। यह बीजेपी की स्तरहीन राजनीति है। कांग्रेस पार्टी इसका कड़ा विरोध करती है।

बहरहाल जो स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना  पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की बड़ी उपलब्धि रही है, उसके नाम बदले जाने को लेकर कांग्रेस विरोध कर रही है। हालांकि राज्‍य सरकार की माने तो पीएम श्री योजना में शामिल होने से किसी भी स्‍कूल के नाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अब देखना होगा कि नाम बदलने की इस सियासत से स्वामी आत्मानंद स्कूल की गुणवत्ता में कोई असर तो नहीं पड़ता है?


Add Comment

Enter your full name
We'll never share your number with anyone else.
We'll never share your email with anyone else.
Write your comment

Your Comment