मार्को के पहल पर इलाज में जितना खर्च आएगा, सरकार वहन करेगी

आरोपियों को किया गिरफ्तार, कानून बलात्कार पीडि़ता को दिलाएगा न्याय

सुशान्त कुमार

 

‘दक्षिण कोसल’  ने लिखा था कि पिछले साल लगभग 22 अक्टूबर, 2023 को एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर तेजाब से जलाकर जान से मार डालने की कोशिश होती है। उसके चार माह बाद एक वेब पत्रिका में खबर प्रकाशन के बाद मार्को जो इंडियन ऑयल के अधिकारी और आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो आदिवासियों के बीच एक दशक से अधिक समय से कार्यरत हैं की नजर इस खबर पर पड़ती है और उनके पहलकदमी पर शंभू सेना जिसके वह संरक्षक हैं शासन-प्रशासन और स्थानीय राजनीति से निपट कर बलात्कार पीडि़ता को उसके जीवन रक्षा के लिए संघर्ष करते हुए निजी अस्पताल कालडा में उसकी समुचित चिकित्सा और न्याय के लिए कदम उठाते हैं।

अब इस घटना में एक नया मोड़ आ गया है। अधिकारी मार्को ने बताया कि इस घटना में एक नया कदम उठाते हुए एक पत्र छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम उनके विशेष कर्तव्य अधिकारी को लिखा है, जिसके बाद मुख्यमंत्री सहायता कोष से पहले 7 लाख रुपए दिए गए हैं, उसके बाद में और 16 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके बाद भी इलाज में जितना खर्च आएगा, सरकार वहन करेगी। सरकार का कहना है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कानून के द्वारा पीडि़ता को न्याय दिलाने की भी बात हुई है।

मार्को ने पत्र में ऐसा क्या लिखा?

मार्को ने लिखा कि बलात्कार और एसिड से हमला से प्रभावित पीडि़ता विगत 22 फरवरी से आज दिनांक तक लगातार कालडा बर्न एन्ड सर्जरी सेंटर रायपुर में जिंदगी और मौत से संघर्ष करते हुए इलाज करा रही है। 

डॉ. सुनील कालडा जो कि कालडा बर्न एन्ड प्लास्टिक सर्जरी सेंटर, रायपुर के प्रमुख चिकित्सक हैं, के अनुसार पीडि़ता की हालत अभी नाजुक बनी हुई है, जिसका की विशेष चिकित्सा इलाज के द्वारा ही बचाना संभव है, इस प्रकार इस इलाज में रोजाना इलाज का खर्चा 50 से 60 हजार रुपए प्रतिदिन का है, जबकि आयुष्मान कार्ड की सीमा 8500 रूपए मात्र प्रतिदिन है। उपरोक्त कारणों से पीडि़ता के इलाज में आर्थिक समस्याएं बाधा बन रही है। जिससे उसकी जान को खतरा है।

उन्होंने पत्र में लिखा था कि 13 मार्च तक कालडा अस्पताल में जो विशेष चिकित्सा सेवायें दी गई है उनके अनुसार आज भी 15,73,992 रुपए की राशि बकाया है जो कि कालडा अस्पताल को भुगतान किया जाना है।

मार्को ने पत्र में लिखा था कि शासन के अधिकारियों को डॉ. कालडा के द्वारा पीडि़ता के संपूर्ण इलाज का इस्टीमेट 27,29,390 रुपए का दिया गया है जिससे समस्त आपरेशन और सर्जरी दवाईया भी शामिल है। किंतु शासन के द्वारा आंबटित राशि 7,33,370 रुपए का किया गया बताया था। 

अधिकारी मार्को ने ‘दक्षिण कोसल’ को बताया कि राज्य सरकार ने अपनी तत्परता दिखाते हुए पीडि़ता के संपूर्ण इलाज की जिम्मेदारी ली है। सरकार तत्काल मुख्यमंत्री सहायता कोष से पहले 7 लाख रुपए दिए और बाद में और 16 लाख रुपए की स्वीकृति दी है। 

 

 

डॉ. कालडा ने भी लिखा पत्र, राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

गौरतलब है कि प्लास्टिक सर्जन डॉ. सुनील कालडा ने भी राज्य नोडल एजेंसी, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना को पत्र लिख कर अवगत कराया है कि - ‘पीडि़ता की जान बचाना पहली प्राथमिकता है। जब तक वह आईसीयू से बाहर नहीं आ जाती, कुछ भी कहना संभव नहीं है। एक बार उसकी स्थिति में सुधार हुआ था, वह आईसीयू से बाहर आ भी गई थी, मगर स्थिति बिगडऩे पर वापस आईसीयू में शिफ्ट करना पड़ा। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक सर्जरी इसके बाद की प्रक्रिया है।’  इसके अलावा अधिकारी आरएस मार्को ने राष्ट्रीय महिला आयोग को भी इस मामले में पत्र लिख कर अवगत कराया है।

 

 

गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 में जिले के बैकुंठपुर, ग्राम पंचायत पोंडी बचरा, कोरिया की आदिवासी युवती के साथ कुछ युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, फिर उसे तेजाब डालकर जान से मारने की कोशिश की। मरा हुआ समझकर दोनों आरोपी भाग खड़े हुए। मगर, पीडि़ता ने स्थानीय लोगों को अपनी आपबीती बताई और फिर मामला थाने तक पहुंचा। जिला अस्पताल में इलाज के बाद इंडियन ऑयल के अधिकारी आरएस मार्को व शंभू सेना के कार्यकर्ताओं की पहलकदमी से पीडि़ता को लगभग तीन माह के बाद चिकित्सा के लिए 21 फरवरी को रायपुर रेफर किया गया था।


Add Comment

Enter your full name
We'll never share your number with anyone else.
We'll never share your email with anyone else.
Write your comment

Your Comment

  • 23/03/2024 Suhbadra

    सराहनीय कदम है सर ????????

    Reply on 09/04/2024
    जी, शुक्रिया