असीम राय हत्याकांड : आरोपी के घर चली बुलडोजर और फांसी की भी मांग

अन्य आरोपियों के घर पर बुलडोजर कार्रवाई के लिए नोटिस चस्पा करने की खबर

नीतीश मल्लिक

 

जैसा कि आप जानते हैं कि सात जनवरी की रात भाजपा नेता असीम राय की हत्या के मामले में नगर पंचायत पखांजूर अध्यक्ष सहित नगर पंचायत के पार्षद तथा ग्राम पंचायत चांदीपुर के पूर्व सरपंच सहित अन्य आठ सहयोगी को पुलिस ने पहले ही गिरफतार कर लिया था।

बताया जाता है कि इन सभी ने हत्या की प्लानिंग रची थी और सात लाख रूपए देकर सूटर को सुपारी दी थी। इस मामले में पुलिस ने उपयोग की गई बाईक और 3.50 लाख की राशि जप्त कर ली है। गोली मारने वाला मुख्य सूटर सहित हत्या में उपयोग हुआ कट्टा को भी बरामद किया गया है। 

क्या है पूरा मामला?

मामले में मुख्य आरोपी बप्पा गांगुली के नगर पंचायत अध्यक्ष पद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था साथ ही नगर पंचायत में हो रहे निर्माण कार्य की लगातार असीम राय द्वारा शिकायत की जा रही थी, जिस वजह से असीम राय से आरोपी नाराज चल रहे थे और सभी ने मिलकर हत्या की साजिश रची।

बुलडोजर चलाने की थी आशंका

विकास पाल नगर पंचायत पखांजूर के वार्ड क्रमांक 2 से भाजपा की टिकट पर पार्षद का चुनाव जीता था और इसके तुंरत बाद वह कांग्रेस का समर्थन करते हुए उनके साथ दिया था।

इस तरह विकास पाल के साथ असीम राय का विवाद शुरू हो चुका था। वर्तमान में उन्हें डर था कि उनके द्वारा जो शासकीय भूमि में लॉज बनाया गया है उस पर असीम राय बुलडोजर चलवा देंगे?

कौन कौन रचे थे हत्या की साजिश?

बताया जाता है कि जितेन्द्र बैरागी वर्तमान में ग्राम पंचायत चांदीपुर के उपसरपंच है। और पंचायत का पूरा काम इन्हीं के द्वारा देखा जाता रहा है। ग्राम पंचायत चांदीपुर असीम राय का गृह ग्राम है और वे इस पंचायत के सरपंच रह चुके है।

गांव में इनका असीम राय के साथ विवाद था जिस कारण वे असीम राय को मारना चाहते थे। इन तीनों ने हत्या की साजिश रची।

हत्या की रणनीति

इस मामले में तीनों मुख्य आरोपियों ने अन्य लोगों से सम्पर्क किया इस मामले में आरोपी तपन मंडल, सुजीत मांझी ने रैकी का काम किया। इस मामले में रिपन सडियाल और सुरजीत बाला से संपर्क किया गया।

रिपन द्वारा 2014 में असीम राय को गोली मारी गई थी जिसमें उसकी जांच बच गई थी। इस दोनों ने नीलरतन मंडल, जयंत विश्वास तथा शूटर विकास तालुकदार से संपर्क कराया और सात लाख में मामला सेटल हुआ।

जिसका भुगतान बप्पा गांगुली तथा विकास पाल के द्वारा किया गया। इस दौरान पैसे के लेन देन में सोमेन मंडल ने भी बड़ी भूमिका अदा की। विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपी दास के साथ मिल कर घटना को अंजाम दिया।  

इस मामले में आरोपियों को सात लाख का भुगतान किया गया। जिसमें से आरोपियों द्वारा एक लाख में कट्टा खरीदा गया और बची राशि आपस में बांट ली गई।

भाजपा सहित कई संगठनों और बड़े नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने लिखा कि कांकेर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व पखांजूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय जनता के लिए समर्पित नेता थे। कल नक्सलियों ने उनकी निर्मम हत्या कर अपनी कायरता का प्रमाण दिया है, इस दुखद समाचार से मन अशांत है।

मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को शांति व शोकाकुल परिजनों के धैर्य प्रदान करें। इसके साथ ही मुझे विश्वास है कि प्रदेश सरकार नक्सलियों की इस बढ़ती हिम्मत को कुचल कर शांति व्यवस्था के लिए ठोस कदम उठाएगी।

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप तथा क्षेत्र के विधायक विक्रमदेव उसेंडी भाजपा नेता असीम राय के गृह ग्राम पी.व्ही. 28 पहुंचे और उनके छायाचित्र में पुष्पांजलि दे उनके परिजनों से मुलाकात की।

इस दौरान उनकी पत्नी ने आरोपियों को फांसी की सजा के साथ साथ अपने पुत्र के लिए नौकरी की मांग की। इस दौरान प्रेस से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपियों पर विधि संवत कार्यवाई की जाएगी।

इस दौरान भाजपा के स्थानीय संगठन द्वारा भी उपमुख्यमंत्री से गांव - गांव में भाजपा नेताओं की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की मांग की।

सर्व आदिवासी समाज की ओर से आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्यवाही की मांग की गई। तो बंग समाज द्वारा असीम राय के पुत्र को नौकरी की मांग की गई।

पुलिस से असीम समर्थकों ने की फांसी देने की मांग

पुलिस द्वारा मामले की जानकारी देने के लिए पखांजूर थाने में प्रेस कांफ्रेंस रखी गई थी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो आरोपियों को फांसी की मांग करने लेगे। पुलिस जब आरोपियों को जेल ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था कर रही थी।

इस दौरान थाने के सामने लोगों की भीड़ आकर आरोपियों को यहीं फांसी देने की मांग करने लगें। जिसके बाद पुलिस को बड़ी मसक्कत के बाद भीड़ को समझा बुझा कर वापस भेजा गया और आरोपियों को जेल ले जाया गया।

बताया जा रहा है कि सर्व आदिवासी समाज और थाना पखांजूर के बाहर असीम राय के समर्थको द्वारा लगातार सोरगुल करते हुए पकड़े गए आरोपियों को फांसी की सजा की मांग कर रहे थे।

आरोपियों के घर बुलडोजर चली

असीम राय हत्याकांड के मुख्य आरोपित रहे विकास पाल के लाज और होटल पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। सात जनवरी को इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी के रूप में विकास पाल का नाम आने के बाद से ही भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता और आम लोगों की इस भवन पर बुलडोजर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।

बताई जा रही है कि इस लॉज की कीमत लगभग 7 करोड़ आंकी गई है। शासन ने जैसे ही बुलडोजर कार्रवाई शुरू की तो लोगों ने जय श्री राम का नारे लगाए। इस दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। अन्य आरोपियों के घर पर बुलडोजर कार्रवाई के लिए नोटिस चस्पा करने की खबर है। 

यह पखांजूर के पत्रकार नीतीश मल्लिक की क्राईम रिपोर्ट हैं। 


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