राजकुमार चौधरी को ‘साकेत साहित्य सम्मान’

छत्तीसगढ़ गजल ‘पाँखी काटे जाही’ के रचयिता

दक्षिण कोसल टीम

 

उनका जन्म ग्राम रौना (अर्जून्दा) में हुआ है। उन्होंने हायर सेकेण्डरी तक की पढ़ाई की है। ‘पाँखी काटे जाही’ गजल संग्रह के अलावा ‘माटी के सोंध’ (पहला छतीसगढ़ी कविता-संग्रह), ‘का के बधाई’ (पहला छत्तीसगढ़ी व्यंग संग्रह) प्रकाशित हो चुकी है।

इसके अलावा दैनिक हरिभूमि, दैनिक दावा, दैनिक देशबंधु, त्रैमासिक साहित्यीक पत्रिका विचार विन्यास, दक्षिण कोसल, लोक असर, लोकसदन के झाँपी में उनकी रचना प्रकाशित हुई है। 

वह लगातार कवि सम्मेलन और साहित्यीक गोष्ठियों में कविता पाठ करते रहते हैं। राजकुमार चौधरी दीपाक्षर साहित्य समिति दुर्ग भिलाई के सदस्य,  शिवनाथ साहित्य धरा डोंगरगाव के पदाधिकारी, साकेत साहित्य परिषद सुरगी, पुरवाही साहित्य समिति के सदस्य तथा छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति, राजनांदगांव के सदस्य भी हैं।

उन्हें ‘साकेत साहित्य सम्मान’ के अलावा ‘सामाजिक समरसता सम्मान’, ‘शिवनाथ सृजन सम्मान’, ‘लोक असर सम्मान’ से सम्मानित किया जा चुका है। 

वर्तमान में राजकुमार चौधरी टेडेसरा, राजनांदगांव में निवासरत हैं। 


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