छत्तीसगढ़ में पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान खत्म, रमन, कवासी और दीपक पर भरोसा कम

विधान सभा चुनाव 2023 - छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान 

सुशान्त कुमार

 

राजनांदगांव में बताया जा रहा है कि गिरीश देवांगन के लिए हेमा देशमुख, जितेन्द्र मुदलियार, नवाज खान, विवेक वासनिक, हाफिज खान, निखिल द्विवेदी, कुलबीर छाबड़ा, नरेश डाकलिया जैसे नेताओं की ताकत और क्षेत्र में रेत, गिट्टी, मुरूम का बेहिसाब उत्खनन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के लिये चुनौती बनकर उभरे हैं। वहीं शाम पांच बजे तक छत्तीसगढ़ में 70.87 फीसदी मतदान हुआ। 

क्या दिग्गज चुन कर आएंगे?

कवर्धा सीट से भूपेश बघेल सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल मुसलिम मंत्री मोहम्मद अकबर चुनाव लड़ रहे हैं। वे राज्य के परिवहन और कानून मंत्री हैं। कैबिनेट के अकेले मुसलिम मंत्री अकबर चार बार के विधायक हैं। बीजेपी ने उनके खिलाफ विजय शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह राजनांदगांव विधान सभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं। लगातार 15 साल तक प्रदेश की कमान संभालने वाले रमन सिंह एक बार सांसद भी रह चुके हैं। रमन सिंह को जनता ने छह बार विधानसभा भेजा है। इसे उनका गढ़ माना जाता है। कांग्रेस ने रमन सिंह के खिलाफ खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन को उतारा है। कहा जाता है इस सीट से देवांगन के चेहरे में भूपेश बघेल चुनाव मैदान में है।

बीजेपी ने कोंडागांव से लता उसेंडी पर दांव खेला है। वे रमन सिंह सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। वहीं कांग्रेस ने सिटिंग विधायक मोहन मरकाम पर भरोसा जताया है। वे बघेल कैबिनेट में एससी-एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं। इससे पहले वे छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। मरकाम 2013 और 2018 में दो बार विधायक रह चुके हैं।

कोंटा विधानसभा को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। पार्टी 1998 से लगातार 24 सालों से यहां जीत हासिल कर रही है। कांग्रेस ने एक बार फिर सिटिंग विधायक कवासी लखमा को टिकट दिया है। वहीं उनके खिलाफ बीजेपी के शोयाम मूका मैदान में हैं। बताया जाता हैं कि मूका सलवा जुडूम में महेन्द्र कर्मा के बाद प्रमुख नेता थे। वहीं मनीष कुंजाम सीपीआई से क्षेत्र के कद्दावर नेता हैं और इससे पूर्व जनता ने उन्हें दो बार विधान सभा भेजा है।

चित्रकोट सीट से कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को उम्मीदवार बनाकर उतारा है। उन्होंने 2013 और 2018 में दो बार चुनाव जीता था। हालांकि बस्तर लोक सभा सीट से सांसद बनने के बाद इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद यहां उपचुनाव हुए और फिर से कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली। बीजेपी ने बैज के खिलाफ विनायक गोयल को उतारा है।

सामाजिक कार्यकर्ता कन्हैयालाल खोब्रागढ़े का कहना है कि डोंगरगढ़ सीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव प्रचार में आए थे। उन्होंने मां बम्लेश्वरी के दर्शन किए। चन्द्रगिरी गए लेकिन बौद्ध आस्था का केन्द्र प्रज्ञागिरी नहीं पहुंचे। इसका हर्जाना महार वोट को हासिल करने में दिक्कत हो सकती है। लेकिन विनोद खांडेकर कांग्रेस के हर्षिता बघेल को टक्कर देते नजर आ रहे हैं।

बीजापुर में ग्रामीणों ने कहा वोट डालेंगे लेकिन स्याही नहीं लगवाएंगे 

खबर है कि बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के संवेदनशील गांव चिहका पोलिंग बूथ पर मतदान करने आये ग्रामीण वोटिंग के बाद उंगलियों पर अमिट स्याही नहीं लगवाएं। अबूझमाढ़ से सटे भैरमगढ़ ब्लॉक के चिह्का गांव का यह मामला है। यहां नक्सलियों के खौफ के चलते ग्रामीण ऐसा कर रहे हैं। वहीं दूसरा मामला चिह्का पोलिंग बूथ का ही है, जहां नक्सली बॉयकाट के बाद भी अंदरुनी इलाके में ग्रामीण अपने-अपने साधनों से पहुंचे, यहां तक की सात से आठ किमी पैदल चलकर भी वोट डालने आए। 

कांकेर में भी पहले चरण का मतदान हुआ संपन्न

कांकेर में पहले चरण का मतदान सम्पन्न हुआ। यहां सुबह 7 से 3 बजे तक मतदान का समय रखा गया था। यहां चिवंराज को ईको ग्रीन आदर्श मतदान केन्द्र  बताया जा रहा है। सूचना है कि कांकेर में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। बताया जाता है कि आधा घंटे तक मुठभेड़ चली है। चुनाव करवाने गए बीएसएफ और बस्तर फाइटर के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई है। माड़पखांजूर और उलिया जंगल में मुठभेड़ हुई है। बांदे थाना के माड़पखांजूर का यह मामला है। 

मोहला मानपुर विधानसभा में मतदान का समय समाप्त

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के मोहला मानपुर-अंबागढ़ चौकी विधानसभा में तीन बजे तक ही प्रवेश दिया गया। यहां सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया गया था। इस क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के बाद चुनाव से पूर्व आदिवासी नेता सुरजू टेकाम को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इसका प्रभाव मतदान में पड़ा है। 

सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़

खबर के अनुसार छत्तीसगढ़ में चुनाव के पहले चरण के दौरान कई जगहों से नक्सली हमले की खबरें मिली है। सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। जिसमें कई जवानों के घायल होने की बात सामने आ रही है।

सुरक्षा बलों ने बरामद की एके - 47

खबर आ रही है कि कांकेर के बांदे इलाके में नक्सलियों से मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने एके-47 बरामद की है। कुछ नक्सली मृत या फिर घायल होने की भी खबर है। बांदे थाना इलाके में बीएसएफ एवं डीआरजी की टीम मतदान के लिए इलाके में डोमिनेशन पर निकली थी। इसी दौरान डीआरजी के साथ पानावर के पास करीब एक बजे नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। घटना स्थल से एके - 47 बरामद हुई है। इलाके में तलाशी अभियान जारी है।

अंतागढ़ - 70.72 प्रतिशत
बस्तर - 71.39 प्रतिशत
भानुप्रतापपुर - 79.10 प्रतिशत
बीजापुर - 40.98 प्रतिशत
चित्रकोट - 70.36 प्रतिशत
दंतेवाड़ा - 62.55 प्रतिशत
डोंगरगांव - 76.80 प्रतिशत
डोंगरगढ़ - 77.40 प्रतिशत
जगदलपुर - 75 प्रतिशत
कांकेर - 76.13 प्रतिशत
कवर्धा - 72.89 प्रतिशत
केशकाल - 74.49 प्रतिशत
खैरागढ़ - 76.31 प्रतिशत
खुज्जी - 72.01 प्रतिशत
कोंडागांव - 76.29 प्रतिशत
कोंटा - 50.12 प्रतिशत
मोहला-मानपुर
-अंबागढ़ चौकी - 76 प्रतिशत
नारायणपुर - 63.88 प्रतिशत
राजनांदगांव - 74 प्रतिशत
पंडरिया - 71.06 प्रतिशत

छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 70.87 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। सबसे ज्यादा भानुप्रतापपुर 79.10 प्रतिशत मतदान हुआ है। बीजापुर में सबसे कम 40.98 प्रतिशत मतदान हुआ है। बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों से खबर है कि कई पोलिंग बूथ को 50 - 60 किलोमीटर दूर लगाया गया है। कटेकल्याण जैसे अंदरूनी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में युवा मतदान करने के लिए मतदान केन्द्रों तक जाते बताए जाते हैं। युवाओं में आरक्षण और बुनियादी मसलों को लेकर पिछले पांच सालों में काफी बदलाव आया है और लोकतंत्र के प्रति उनकी आस्था बलवती हुई है। इस बार बस्तर में चुनाव बहिष्कार के बावजूद सलवा जुडूम के नेतृत्वकारियों को टिकट दिया गया है। सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने अंदरूनी क्षेत्रों में व्यापक प्रचार प्रसार कर सके हैं। कई स्थानों में चुनाव पहचान पत्र के बावजूद लोग मतदान नहीं कर सकें।

सबकी नजर राजनांदगांव की सीट पर, क्या यहां भरोसा जीत रहा है?

राजनांदगांव जिले की सभी विधानसभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान सम्पन्न किया गया। इस सीट से 29 प्रत्यासी मैदान में हैं। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी विधानसभा सीट पर सुबह सात से तीन बजे तक मतदान हुआ। वहीं अन्य सभी विधानसभाओं में सुबह 8 बजे से 5 तक मतदान को सम्पन्न किया गया। राजनांदगांव जिले में सुबह से ही मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया। लोग उत्साह के साथ मतदान कर रहे थे। राजनांदगांव जिले में 840 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 116 नक्सल प्रभावित हैं जिसमें अति संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्र शामिल हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री रमनसिंह ने कहा कि राजनांदगांव में भांचा आया था, आज उसकी विदाई हो गई, पिकनिक मना के चला गया। उन्होंने यह भी कहा कि राजा जब चोर हो जाता है तो जुएं-सट्टे वालों से भी 508 करोड़ रुपये का कमीशन खाने लगता है। लेकिन वह पीडीएस, पीएससी, पनामा का जिक्र नहीं किए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की तिजोरी में डाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएं-सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ भूपेश बघेल। भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह अपनी सीट हार रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मेरे पास आज शब्द नहीं है, आपका धन्यवाद कहने के लिए प्रदेश भर से पहले चरण के मतदान के बाद जो सूचनाएं आ रही है, जनता का जो उत्साह दिख रहा है, वो अद्भुत है। आपने इस बार वो कसर भी पूरी कर दी है जो 2018 में थोड़ी सी रह गयी थी। आप सब मतदाताओं को प्रणाम करता हूं। षड्यंत्र धरे रह गए, भरोसा फिर जीत गया। 

बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान में समीकरण बिगाडऩे वाले जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने दक्षिण बस्तर इलाके के कुछ जिलों में बूथ परिवर्तन के बाद मतदान के कम प्रतिशत को लेकर चिंता जताई है। वहीं अमित जोगी ने लोगों से अपील किया है कि मतदाता ज्यादा से ज्यादा मताधिकारों का इस्तेमाल की बात की है और कहा है कि मतदान का यह त्योहार पांच साल में एक बार ही आता है। अमित जोगी ने कहा कि आज का मतदान अगले पांच साल के लिए भविष्य तय करेगा। अमित पाटन से भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।

इस दौरान तीसरी मोर्चा के रूप में हमर राज पार्टी, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आम्बेडकराईट पार्टी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सहित कई सारे निर्दलीय चुनाव मैदान में है। राजनांदगांव से सुदेश टीकम चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन किसी का सीट निकालने की दावेदारी नहीं दिखती है। हां यह सभी भाजपा - कांग्रेस के वोट काटने में अवश्य महत्वपूर्ण भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष और श्रमिक नेता भीमराव बागड़े ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार संविधान के साथ लगातार छेड़छाड़ कर रही है और मजदूरों के हकों के खिलाफ में श्रम कानूनों को खत्म कर चार श्रम कोड में मजदूर अधिकारों के साथ हकमारी की है। इस वजह से इस जनविरोधी भाजपा सरकार को रोकने के लिए मोर्चा कांग्रेस को बड़ी संख्या में वोट देने की अपील करते हुए कहा है कि इस तरह मजदूरों और व्यापक लोगों की अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।

223 प्रत्यासी निर्वाचन में भाग लिए

छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन 2023 के प्रथम चरण में कुल 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 उम्मीदवार निर्वाचन में भाग लिए, जिसमें कुल 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमे कुल 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष मतदाता, 20 लाख 84 हजार 675 महिला मतदाता तथा 69 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। कुल 5304 मतदान केंद्रों में वोट डाले गए।

बहरहाल सामाजिक कार्यकर्ता खोब्रागढ़े ने यह भी बताया कि राजनांदगांव में जब चुनाव हो रहे थे तब बौद्ध समाज का एक बड़ा कार्यक्रम मोहारा के आक्सीजोन क्षेत्र में हो रहा था लोग बड़ी संख्या में मतदान कर यहां अनुशासित ढंग से बौद्ध सम्मेलन को सम्पन्न करने के लिए जुटे हुए थे। महिला सरपंच के साथ कुछ ग्रामीणों ने आकर शांतिपूर्ण चल रहे बौद्ध सम्मेलन को बाधित करने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था थी। इससे पूर्ण अप्रिय घटना की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा बल बकायदा आगंतुकों का नाम रजिस्टर में दर्ज कर रहे थे।


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